
उत्तराखंड में निकाय चुनावों के लिए मतदान खत्म हो गया है। इस बार निकाय चुनावों में कुल 66 फीसदी के करीब मतदान हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों को देखें तो पिछली बार की तुलना में इस बार मतदान में 3.78 फीसदी कम हुआ है। हालांकि आयोग ने कहा है कि अंतिम आंकड़ों के सामने आने के बाद एक – दो फीसदी की वृद्धि हो सकती है।
निर्वाचन आयोग ने इस बार राज्य में निकाय चुनावों के लिए 75 फीसदी मतदान का लक्ष्य तय किया था। हालांकि निर्वाचन आयोग पिछली बार का भी प्रदर्शन नहीं दोहरा पाया। पूरे राज्य में जहां 2018 में हुए निकाय चुनावों में 69.78 फीसदी के करीब मतदान हुआ था वहीं इस बार राज्य में महज 66 फीसदी के करीब मतदान हुआ है। सबसे अधिक मतदान प्रतिशत वाला जिला रुद्रप्रयाग रहा है। रुद्रप्रयाग में 71.15 फीसदी मतदान हुआ है। यूएस नगर में भी मतदान का प्रतिशत बेहतर रहा है। यूएस नगर में 70 फीसदी के करीब मतदान हुआ है। वहीं देहरादून के खाते में सबसे कम मतदान वाला जिला बनने का खिताब आया है। देहरादून में महज 55 फीसदी मतदान ही हुआ है।
उत्तराखंड में निकाय चुनावों के लिए हो रहे मतदान में धीमी गति ने लोगों को खासा परेशान और निराश किया। राज्य के कई इलाकों से धीमे मतदान की खबरें आती रहीं। इसकी वजह से कई लोगों ने मतदान किया ही नहीं। कई लोग लंबी लाइन देखकर ही वापस लौट गए। सुबह के समय अधिकतर बूथों पर छोटी कतारें थीं। हालांकि बाद में जब दिन चढ़ा तो लोग वोट डालने निकले। इसके बाद कतारें लंबी होने लगीं। हालांकि मतदान की गति धीमी ही रही। इससे लोगों में खासी नाराजगी देखी गई।